विपक्ष के आरोपों के बीच सरकार का आश्वासन, 26 लाख अयोग्य लाभार्थियों की हुई पहचान
नई दिल्ली/मुंबई (26 अगस्त 2025): महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों Ladki Bahin Yojana को लेकर बड़ा घमासान छिड़ा है। विपक्ष ने दावा किया कि राज्य की महायुति सरकार इस योजना को बंद करने की तैयारी कर रही है। लेकिन डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने साफ शब्दों में कहा— “लाडकी बहिन योजना बंद नहीं होगी। सरकार अपने सभी चुनावी वादों को पूरा करेगी।”
लाडकी बहिन योजना पर सरकार की सफाई
डिप्टी सीएम शिंदे ने स्पष्ट किया कि Ladki Bahin Yojana महिलाओं के सशक्तिकरण की रीढ़ है और इसे किसी भी हाल में बंद नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनावी वादों की तरह किसानों की कर्जमाफी और अन्य कल्याणकारी योजनाओं को भी चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है।
26 लाख अयोग्य लाभार्थियों की पहचान
महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि योजना का दुरुपयोग रोकने के लिए 26 लाख अयोग्य लाभार्थियों की पहचान की गई है। इन मामलों का सत्यापन जिला अधिकारियों को सौंपा गया है और जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई होगी।
अदिति तटकरे ने यह भी भरोसा दिलाया कि— “पात्र सभी महिलाओं को योजना का लाभ बिना किसी रुकावट के मिलता रहेगा। सरकार का मकसद योजना को बंद करना नहीं, बल्कि इसे और पारदर्शी व प्रभावी बनाना है।”
विपक्ष के आरोप और सियासी पारा
विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा था कि लाडकी बहिन योजना को धीरे-धीरे खत्म करने की तैयारी चल रही है। राजनीतिक हलकों में यह भी चर्चा थी कि चुनाव से पहले जिस योजना ने सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई, अब उसी पर संकट मंडरा रहा है।
लेकिन शिंदे और अदिति तटकरे के बयानों से यह साफ हो गया है कि Ladki Bahin Yojana न केवल जारी रहेगी, बल्कि फर्जी लाभार्थियों की पहचान करके वास्तविक पात्रों तक इसका फायदा पहुँचाने पर जोर रहेगा।
महिलाओं की उम्मीदों का सहारा
ग्रामीण और निम्नवर्गीय परिवारों की महिलाओं के लिए यह योजना बड़ी राहत मानी जाती है। विपक्षी शोरगुल और अयोग्य लाभार्थियों की पहचान के बीच अब लाखों महिलाओं की निगाहें सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।